
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान अपनी फिल्मों की गुणवत्ता और दमदार किरदारों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करीब 30 साल पहले उनकी एक फिल्म को नेपाल में इतना विरोध झेलना पड़ा कि वहां की सरकार को उसे सिनेमाघरों से हटाना पड़ा और बाद में दोबारा रिलीज करनी पड़ी। यह घटना आज भी बॉलीवुड इतिहास का दिलचस्प किस्सा मानी जाती है।
फिल्म और विवाद की शुरुआत
90 के दशक की शुरुआत में आमिर खान लगातार हिट फिल्मों से दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो चुके थे। इन्हीं फिल्मों में से एक थी “कयामत से कयामत तक” और उसके बाद आई उनकी चर्चित फिल्म “दी दिल है कि मानता नहीं”। हालांकि विवाद जुड़ा था उनकी 1990 की फिल्म “दिल” से, जिसमें उनके साथ माधुरी दीक्षित नजर आई थीं। फिल्म भारत में जबरदस्त हिट रही थी, लेकिन नेपाल में इसका सामना विरोध से करना पड़ा।
विरोध का कारण फिल्म के एक संवाद को माना गया। फिल्म में एक सीन के दौरान नेपाल को लेकर ऐसी लाइन बोली गई, जिसे पड़ोसी देश के लोगों ने अपनी अस्मिता पर हमला समझा। नतीजतन, नेपाल के कई हिस्सों में लोग सड़क पर उतर आए और सिनेमाघरों के बाहर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

नेपाल में बैन और विरोध
विवाद इतना बढ़ गया कि नेपाल सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा। “दिल” को वहां के सिनेमाघरों से हटाने का आदेश दिया गया। कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर फाड़े और शो रुकवा दिए। यह पहला मौका था जब आमिर खान की किसी फिल्म को पड़ोसी देश में आधिकारिक तौर पर बैन किया गया।
नेपाल की जनता का कहना था कि फिल्म में दिखाया गया संवाद उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस दौर में नेपाल और भारत के रिश्ते भी संवेदनशील दौर से गुजर रहे थे, ऐसे में इस विवाद ने और ज्यादा तूल पकड़ लिया।
दोबारा रिलीज करने की मजबूरी
बैन के बाद जब फिल्म के मेकर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने बात की, तो तय हुआ कि आपत्तिजनक संवाद को हटाकर फिल्म को दोबारा रिलीज किया जाएगा। एडिटिंग कर विवादित डायलॉग हटाया गया और इसके बाद “दिल” को नेपाल के सिनेमाघरों में दूसरी बार रिलीज किया गया।
दिलचस्प बात यह रही कि जब फिल्म दोबारा रिलीज हुई तो उसे वहां भी दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला। इस घटना से यह साबित हो गया कि कंटेंट में छोटे-से बदलाव से भी बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है और दर्शकों की भावनाओं का ध्यान रखना कितना जरूरी है।
आमिर खान के करियर पर असर
हालांकि इस विवाद का आमिर खान के करियर पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा। बल्कि “दिल” उनके करियर की बड़ी हिट फिल्मों में गिनी जाती है। माधुरी दीक्षित और आमिर खान की जोड़ी को खूब पसंद किया गया। इस फिल्म ने उन्हें 90 के दशक की सुपरहिट जोड़ियों की लिस्ट में शामिल कर दिया।
इसके बाद आमिर खान ने “जो जीता वही सिकंदर”, “हम हैं राही प्यार के”, “अंदाज अपना अपना” जैसी फिल्में दीं, जिन्होंने उन्हें बॉलीवुड का स्टार बना दिया।
आज भी याद किया जाता है किस्सा
आज भले ही 30 साल गुजर चुके हों, लेकिन नेपाल में “दिल” को लेकर हुए विरोध की घटना फिल्म इतिहास का अहम हिस्सा है। यह किस्सा बताता है कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं है, बल्कि यह लोगों की भावनाओं और समाज से भी गहराई से जुड़ा होता है।
आमिर खान भी इस बात को हमेशा मानते रहे हैं कि फिल्मों में दर्शकों की भावनाओं का सम्मान करना जरूरी है। शायद यही कारण है कि वे हर फिल्म से पहले स्क्रिप्ट और संवाद पर गहराई से ध्यान देते हैं।
आमिर खान की फिल्म “दिल” के साथ जुड़ा यह विवाद भले ही अस्थायी था, लेकिन इससे फिल्म इंडस्ट्री को एक सबक जरूर मिला – कि पड़ोसी देशों और समाज की भावनाओं का ख्याल रखकर ही फिल्में बनाई और रिलीज की जानी चाहिए। “दिल” के इस विरोध और फिर से रिलीज होने की कहानी आज भी बॉलीवुड के दिलचस्प किस्सों में शुमार है।
