राम-सीता की अनकही कहानियां अब डी न्यूज़ पर, रामानंद सागर के पोते लेकर आए काकभुशुण्डि रामायण
रामानंद सागर की “रामायण” की ऐतिहासिक सफलता किसी से भी छिपी नहीं है। काकभुशुंडी रामायण, जिसे ‘काकभुशुंडी रामायण अनटोल्ड स्टोरीज़’ के नाम से भी जाना जाता है, एक नया और अत्याधुनिक टीवी धारावाहिक है जो 18 नवंबर 2024 से दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल यानी डीडी नेशनल पर प्रसारित हो रहा है। यह शो रामानंद सागर के 1988 में प्रसारित रामायण की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, भगवान श्रीराम के परम भक्त काकभुशुंडी के दृष्टिकोण से रामायण की अनकही कहानियों को प्रस्तुत करता है। काकभुशुण्डि सीरियल सोमवार से गुरुवार तक शाम 7:30 बजे पर प्रसारित किया जाता है। इस शो की विशेषताएं ‘काकभुशुंडी रामायण’ का निर्माण सागर वर्ल्ड मल्टीमीडिया द्वारा किया गया है। शो का उद्देश्य रामायण की कथा को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना है, जिससे दर्शकों को प्राचीन कथाओं से जुड़ने का एक नया अनुभव मिले। यह शो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी दर्शकों को समृद्ध करता है। यह सीरियल रामायण की कहानियों को काकभुशुण्डि ऋषि द्वारा सुनाए जाने के तरीके से प्रस्तुत करता है, जो कि एक कौवे के रूप में हैं। दूरदर्शन की भूमिका दूरदर्शन, भारत का राष्ट्रीय प्रसारक, ने हमेशा भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ‘काकभुशुंडी रामायण’ जैसे शो इसके उदाहरण हैं, जो प्राचीन कथाओं को आधुनिक तकनीक के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं। इससे दर्शकों को न केवल मनोरंजन मिलता है, बल्कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भी जुड़ते हैं। शिव सागर का लक्ष्य शिव सागर का उद्देश्य टीवी शो “काकभुशुण्डि रामायण” के माध्यम से भगवान राम की अनकही कहानियों को प्रस्तुत करके अपने दादा रामानंद सागर की विरासत का सम्मान करना है। यह शो दुनिया भर के 350 से अधिक रामायण संस्करणों से कहानियां चुनता है, जो भारतीय दर्शकों के अनुकूल हों, तथा इसमें तुलसी रामायण, वाल्मीकि संस्करण, आध्यात्मिक रामायण और बंगाली कृत्तिवासी रामायण के तत्वों को शामिल किया गया है। इस सीरियल में संगीत और वीएफएक्स इस शो में उत्तर प्रदेश और बिहार का संगीत शामिल किया गया है, जो पारिवारिक विरासत को जारी रखता है। यह शो की आत्मा को बनाए रखते हुए कहानी को बढ़ाने के लिए वीएफएक्स और एआई का भी उपयोग करता है। इस शो का अधिक जानकारीयह धारावाहिक पात्रों की पृष्ठभूमि को उजागर करता है तथा इस विषय पर प्रकाश डालता है कि राम, कृष्ण की तरह स्वयं को सदैव भगवान घोषित करने के बजाय, “दशरथपुत्र” थे। इस शो में मल्टीवर्स अवधारणा को भी शामिल किया गया है, जहां काकभुशुण्डि विभिन्न समयसीमाओं की कहानियां सुनाते हैं। इस शो का निर्माण इस शहर में इसका निर्माण संस्कारी नगरी कही जाने वाले गुजरात के वड़ोदरा शहर के लक्ष्मी फिल्म सिटी में हो रही है। इस प्रोजेक्ट को दर्शकों तक पहुंचाने में कलाकारों के साथ डायरेक्टर, कैमरामैन, सेट डिजाइनर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर,मेकअप मेन तथा अन्य लोगों की मेहनत भी दर्शकों के मन को मोहित करने वाली है। कलाकारों की कास्टिंग करवाने की जवाबदारी कलाभूमि कास्टिंग कम्पनी द्वारा कुशलता पूर्वक निभाई गई है। कलाभूमि कास्टिंग कम्पनी ने गुजरात तथा मुंबई के तमाम कलाकारों को रामायण में काम करने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। ‘काकभुशुंडी रामायण’ एक ऐसा प्रयास है जो प्राचीन कथाओं को आधुनिक तकनीक के माध्यम से प्रस्तुत करता है। यह शो दर्शकों को रामायण की अनकही कहानियों से परिचित कराता है और उन्हें भारतीय संस्कृति से जोड़ता है। दूरदर्शन जैसे राष्ट्रीय चैनल के माध्यम से इस तरह के शो का प्रसारण भारतीय संस्कृति के संरक्षण और प्रचार में महत्वपूर्ण योगदान है। इस शो की सफलता इस बात का संकेत है कि भारतीय दर्शक अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी कहानियों को आधुनिक रूप में देखने के लिए तैयार हैं। ‘काकभुशुंडी रामायण’ जैसे शो भारतीय टेलीविजन के भविष्य की दिशा को निर्धारित करने में सहायक होंगे।