
1973 में रिलीज़ हुई ‘दाग: ए पोएम ऑफ लव’ (Daag: A Poem of Love) हिंदी सिनेमा की उन फिल्मों में से है जिसने साबित कर दिया कि अगर कहानी दमदार हो और प्रस्तुति लाजवाब, तो रिलीज़ के लिए थिएटरों की संख्या मायने नहीं रखती। यश चोपड़ा के निर्देशन और प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म महज़ 9 सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी। शुरुआत में फिल्म को लेकर कोई खास उम्मीद नहीं थी, लेकिन दर्शकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया ने इसे सुपरहिट बना दिया।

यश चोपड़ा की पहली प्रोडक्शन
फिल्म दाग यश चोपड़ा के बैनर यश राज फिल्म्स की पहली प्राड्यूस कर हुई फिल्म थी। उनके लिए यह एक बहुत बड़ा खतरा था, लेकिन इसी के चलते वो बॉलीवुड के टॉप डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की लिस्ट में शामिल हो पाएं। ‘दाग’ फिल्म की कहानी उस वक्त के हिसाब से काफी बोल्ड थी। फिल्म में सुपरस्टार राजेश खन्ना लीड रोल में नजर आएं थे, जबकि शर्मिला टैगोर और राखी ने भी इसमें शानदार काम किया था। फिल्म में एक ऐसी कहानी को दर्शाया गया है, जिसमें एक व्यक्ति मजबूरी में अपराध कर बैठता है और फिर हालात उसे दो शादियां करने पर मजबूर कर देते हैं। फिल्म का ड्रामा, इमोशन और ट्विस्ट दर्शकों को खूब पसंद आया।

संगीत का जादू
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म दाग के संगीतकार लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल और गीतकार साहिर लुधियानवी थे। उनके गाने – “मेरे दिल में आज क्या है”, “हमें तुमसे प्यार कितना”, “जब भी जी चाहे” – आज भी लोगों के दिलों में ताजा हैं। राजेश खन्ना पर फिल्माए गए ये रोमांटिक गाने उस दौर के युवाओं की धड़कन बन गए थे। कम थिएटरों में रिलीज़ होने के बावजूद ‘दाग’ ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कलेक्शन किया। यह 1973 की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शामिल हुई। फिल्म ने फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में भी कमाल किया—यश चोपड़ा को बेस्ट डायरेक्टर और राखी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला।
