
फिल्म रामायण इस वक्त लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। एक्टर रणबीर कपूर और साउथ की एक्ट्रेस साई पल्लवी इस फिल्म में नजर आने वाली है। वहीं, रावण का रोल साउथ के एक्टर यश निभाएंगे। लेकिन इन सबके बीच लोग इस वक्त रामानंद सागर के टीवी सीरियल रामायण की चर्चा कर रहे हैं। इस सीरियल को फिल्माने के लिए किसी भी तरह के वीएफएक्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था। साथ ही किसी भी तरह के स्पेशल इफेक्ट्स नहीं दिए गए थे। सीरियल को फिल्माने के लिए रामानंद सागर ने ऐसे जुगाड़ लगाए, जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी।

रावण के वध के लिए ऐसे फूकी जान
सबसे पहले बारी आती है रावण के वद्य वाले सीन की। इसे फिल्माने के लिए रामानंद सागर ने काफी मेहनत की थी। रावण के वद्य वाला सीन उन्होंने खुद डिजाइन किया था। इस फिल्म को उमरगांव में शूट किया गया। रावण और राम के बीच के युद्ध को वहीं शूट किया गया था।
स्पेशल इफेक्ट्स जेनरेटर 2000 नाम की मशीन
सागर वर्ल्ड की माने तो उस वक्त वीएफएक्स से जुड़ी ज्यादा तकनीक उपलब्ध नहीं थी। उस वक्त रामानंद सागर ने स्पेशल इफेक्ट्स जेनरेटर 2000 नाम की मशीन को प्रयोग में लिया था। उस मशीन को रावण के वद्य वाली सीन फिल्माने के लिए किया था।

स्पेशल कैमरे के एंगल का कमाल
वहीं, रावण का वद्य करने के लिए जो ब्रह्मा तीर बनाया गया था उसके लिए भी 2000 नाम की मशीन का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा जितने भी तीर के वार टीवी के सीरियल्स में दिखाए गए, जिसमें सांप तो कभी जानवर निकलते थे। उसके लिए एक अलग तरह के कैमरे के एंगल को चुना गया था।

सेट पर ऐसे इकट्ठा की भीड़
अब रामानंद सागर के सामने दुविधा ये थी कि विशाल सेना के लिए वह भीड़ कैसे लाएं? सेट पर 15-20 लोग ही पहुंचे थे। ऐसे में रामानंद सागर ने गजब जुगाड़ अपनाया था। उन्होंने सेट पर बड़े-बड़े शीशे लगवाए। इन शीशों के बीच कैमरों को इस तरह से फिट किया कि रिफ्लेक्शन होने पर लोगों की ज्यादा भीड़ नजर आए।